सकारात्मक सोच की शक्ति | Power Of Positive Thinking In Hindi


मित्रों, जीवन का दूसरा नाम ही संघर्ष है। यह जीवन हमें मिला है तो इसे संघर्ष के साथ ही हमें जीना पढ़ेगा श्वास श्वास के साथ। हर रोज़, हर पल, हर क्षण हमें संघर्ष तो करना ही पढ़ेगा इस जीवन में, तभी हम कुछ हासिल कर सकते हैं, वर्ना नहीं।

 

अब ये संघर्ष चाहे ख़ुशी के लिए, सुकून के लिए हो, जीविका कमाने के लिए हो, जीने के लिए हो, घन अर्जित करने के लिए हो, इज्ज़त व प्रतिष्ठा के लिए हो, या श्वास लेने के लिए हो, संघर्ष तो करना पढता है और पढ़ेगा। अगर संघर्ष नहीं करोगे, तो कुछ पा नहीं पाओगे और जो कुछ है वह भी एक दिन छिन जाएगा। जीवन में परेशानियां तो आती है और उम्र भर आएँगी, इनसे हारता केवल वो है जो संघर्ष से डरता है और अपने भीतर ही हार मान लेता है। इन परेशानियों से झूझ कर ही, डट कर इनका सामना करने से ही व्यक्ति उन्नति कर पाता है और सफलता खुद उसके पास आती है।

 

हम में से हर एक व्यक्ति सफल बनना चाहता ही, धनवान होना चाहता है, प्रतिष्ठा हासिल करना चाहता है, नाम कमाना चाहता है, जीवन में आगे बढ़कर कुछ न कुछ हासिल करना चाहता है। पर यह सब निर्भर करता है आपके आत्मविश्वास, परिश्रम, मेहनत और संघर्ष पर। जीवन में दुखों का तो कोई अंत है ही नहीं। आप खुद ही सोचिये की कौन है इस दुनिया में जो दुखी नहीं है। जो बहुत ही ज्यादा धनवान हैं, क्या वो दुखी नहीं है? जो बहुत ही निर्धन हैं, क्या वो दुखी नहीं हैं?

 

समस्याएं, दुःख, परेशानियां, चुनौतियां, तनाव तो जीवन का हिस्सा है। ये सब आते रहते हैं और आते ही रहेंगे हमेशा – जब तक जीवन रहेगा। इनसे आज तक तो कोई मुक्त नहीं हो पाया। बस सफलता उसे ही प्राप्त हुई है और होती है, जो व्यक्ति इन सभी का डट कर सामना करता है, इन्हें स्वीकार करके इनसे कुछ सीखता है और सदैव संघर्ष करके आगे बढ़ना नहीं छोड़ता।

 

समस्याएं व परेशानियाँ तो हर एक व्यक्ति के जीवन में आती ही हैं। पर कुछ ऐसे व्यक्ति भी होते हैं जो इनका डट कर सामना करने के बजाये अपना आत्मविश्वास खो बैठते हैं और टूट जाते हैं। उन्हें हर जगह, हर तरफ अन्धकार के सिवा और कुछ नज़र नहीं आता। हर एक दरवाज़ा बंद दिखाई देता है। ऐसे में इस तरह के व्यक्ति की ख्वाइश सिर्फ इतनी ही होती है की काश सब कुछ जल्दी ही ख़त्म हो जाए। सब सर्वनाश हो जाए – पर ये सब संभव नहीं है। आखरी रास्ता ऐसे व्यक्तियों के पास सिर्फ येही होती है की – करो या मरो।

 

ऐसी परिस्थितियों में जो इंसान डर जाता है, संघर्ष करना छोड़ देता है और हार मान लेता है, उसे मृत ही जानना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को अंत में केवल मृत्यु ही अपना ग्रास बनाती है। और इसीके विपरीत जो संघर्ष करता है और खुदको परोत्साहित करता है, प्रेरित करता है – सफलता उसके कदम चूमती है।

 

Power Of Positive Thinking In Hindi

 

सकारात्मक सोच की शक्ति

 

बहुत ही बारीक फर्क यह है की सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति कभी भी अपनी परेशानियों के बारे में, समस्याओं के बारे में ना तो सोचता है और ना ही किसीसे अपनी समस्याओं के बारे में बातचीत या विचार-विमर्श करता है। बल्कि सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति अपनी सारी उर्जा, सारा ध्यान केन्द्रित करता है अपनी समस्याओं के, परेहनियों के समाधान को खोजने में। और इसीलिए वह सफल भी होता है। क्यूंकि आप अपना ध्यान जहाँ ज्यादा केन्द्रित करेंगे, उसी की वृद्धि आपके जीवन में ज्यादा होगी।

 

इसीलिए सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति हमेशा अपनी काबिलियत, गुणों, कुशलता, योग्यता व प्रतिभा के बारे में हो सोचता है और अपना ध्यान केन्द्रित करता है की किस तरह वो अपने इन गुणों से समाधान ढूंढ सकता है अपनी परेशानियों का। और येही गुण और योग्यता उसे परिस्थितियों से लड़ने की व संघर्ष करने की शक्ति प्रदान करती हैं।

 

आपकी सकारात्मक सोच आपके साहस को, संघर्ष शक्ति को व आत्मविश्वास को बढ़ाती है और किसी भी तरह की परिस्थिति से झूझने की आपको शक्ति प्रदान करती है। और अंततः यही संघर्ष शक्ति आपको सशक्त करती है और आपकी हर एक परेशानी व समस्या से आपको बाहर निकाल लेती है और विजयी बनाती है। इंसान अगर सकारात्मक सोच रखने में कामयाब हो जाए, तो उसे एक अद्भुद उर्जा प्राप्त होती है जो उसे किसी भी तरह की परेशानियों से, समस्याओं से, परिस्थितियों से झूझने की शक्ति देती है और हर एक समस्या का समाधान व्यक्ति बहुत आसानी से ढूंढ पाता है।

 

परेशानियां आती ही क्यूँ है? – 2 कारण

 

यदि आप बहुत ही बारीकी से देखेंगे तो पाएंगे की इंसान परेशान होता है, या तो अपने भूतकाल में बीत चुकी बातों को याद करके या फिर भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में चिंता करके। और इन दोनों वजह से वो अपने आस पास एक ऐसी नकारात्मक उर्जा को एकत्रित कर लेता है जो उसे असक्षम बनाती है हर काम करने के लिए। वह ना तो खुद ही कोई काम ठीक से कर पाता है और ना ही उसके आस पास रहने वाले। क्यूंकि उसकी ये नकारात्मक उर्जा आस पास वालों को भी असर करती है, उनपर भी अपना प्रभाव डालती है। और तो और इन नकारात्मक विचारों का प्रभाव आपनी सेहत पर भी पढता है और आप रोग ग्रस्त हो जाते हैं।

 

दोस्तों, नकारात्मक सोच हमारे रिश्तों में भी दरार पैदा करता है और हम अपने रिश्ते और अपना जीवन एक अन्धकार की और लेजाते हैं। और अंत में हमें मिलता है तो केवल डिप्रेशन व अकेलापन।

 

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इसीलिए हमें कड़ा प्रयास करना चाहिए सकारात्मक सोच को अपनाने का और हर पर सकारात्मक विचारों में ही रहने का। सकारात्मकता से आपका हर काम अच्छा होता है और हर कार्य में आपको सफलता प्राप्त होती है। और अगर कहीं थोडा सा नुक्सान हो भी जाए तो भी सकारात्मक व्यक्ति डरता या घबराता नहीं है, बल्कि उस नुक्सान से एक सीख ले कर आगे बढता है और सफलता की और कदम बढाता ही जाता है।

सकारात्मक सोच की शक्ति

 

Power Of Positive Thinking In Hindi

 

पॉजिटिव व सकारत्मक विचार रखने से आपके रिश्ते और मज़बूत होते हैं, आपके आस पास वाले भी खुश रहने लगते हैं और आप अपने जीवन में एक अद्भुद उर्जा को हर समय महसूस करते हैं जो आपको खुश व सफल बनाने के लिए ही काम करती है। और यही सकारात्मक सोच की उर्जा सिर्फ आप पर ही नहीं, आपके परिवार और आपके आस पास रहने वाले आपसे जुड़े लोगों पर भी अपना प्रभाव डालती है।

 

अगर आपके जीवन में परिस्थितियां विपरीत हैं और परेशानियाँ चल रही हैं, तो आपको अपनी इन परेशानियों से घबराने की ज़रुरत नहीं, बल्कि हर पल सकारात्मक सोच रखने की ज़रुरत है। अपनी सोच को सकारात्मक रखने से आप अपनी परेशानियों में से ही उनके समाधान को देखने लगेंगे, आपको विपरीत परिस्थितियों में से भी सफलता के अवसर मिलने व दिखने लगेंगे।

 

थोडा सा संघर्ष करके और सकारात्मक सोच को अपने जीवन में अपना कर आप अपनी हर मुश्किल से तो निजाद पा ही सकते हैं, साथ ही आप अपनी हर एक ख्वाइश को पूरा करने में सक्षम होते हैं और सफलता के नए दरवाज़े खुलते नज़र आते हैं व नए रास्ते दिखने लगते हैं।

 

आपकी सोच ही आपका भविष्य बनाती है और आपके आत्मविश्वास को बढ़ाती है। सकारात्मक सोच आपके जीवन को एक नई दिखा देती है और पूरी तरह से बदल सकती है।

 

सकारात्मक सोच की शक्ति से आप अपनी नौकरी में, अपने व्यवसाय में, अपने रिश्तों में, घर परिवार में, अपनी सेहत में व हर जगह, हर क्षेत्र में सुधार पा सकते हैं। Medical science ने भी यह प्रूव किया है की सकारात्मक सोच से आप अपनी बिमारियों को व रोगों को दूर कर सकते हैं और डिप्रेशन जैसी खतरनाक बीमारियों से भी छुटकारा पा सकते हैं। पॉजिटिव रह कर आप एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

 

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एक सफल व्यक्ति की सफलता का राज़ सिर्फ उसकी सकारात्मक सोच ही होती है। अपनी पॉजिटिव सोच से ही वह सफलता के हर पायदान पर कदम रखता जाता है और आगे बढ़ता जाता है। अगर आप चाहते हैं की आपकी ज़िन्दगी बदले, परिस्थितियां बदल कर आपके अनुकूल हो जाएँ तो अपने जीवन में आज से ही सकारात्मक सोच को अपनाइए। सकारात्मकता को अपने जीवन में अपनाइए और चमत्कारों को प्रकट होते हुए, अपने जीवन को बदलते हुए देखिये।

Man climbing mountain with positive thinking in hindi

 


FAQs

पॉजिटिव थिंकिंग कैसे लाएं?

पॉजिटिव थिंकिंग लाने के लिए जितना हो सके अपना दायरा बदलें। पॉजिटिव चीज़ें देखें, पॉजिटिव पढ़ें, पॉजिटिव लोगों को ही अपना मित्र बनाएं (सांगत का बहुत बड़ा असर होता है हमारे स्वभाव पर), पॉजिटिव कोट्स (Quotes) पढ़ें, motivational stories पढ़ें। जितना ज्यादा हो सके अपना ध्यान अच्छे लोगों, अच्छी मूवीज, अच्छे विचारों, किसीकी मदद करने में लगाएं। अगर आप किसीकी मदद करने का सोचेंगे, करेंगे या करने के लिए तैयार रहेंगे, तो आप खुद ही और ज्यादा पॉजिटिव थिंकिंग को अपनी तरफ आकर्षित करेंगे।

 

पॉजिटिव सोचने से क्या होता है?

पॉजिटिव सोचने से सबसे पहले तो आपके मानसिक व शारीरिक रोग दूर होते हैं और अगर आप बिलकुल स्वस्थ हैं, तो हमेशा स्वस्थ ही रहेंगे। किसी भी तरह का रोग आपको परेशान नहीं करेगा कभी भी – ये है पॉजिटिव सोचने की ताकत। पॉजिटिव सोच आपके रिश्तों को भी मजबूत करती है और साथ ही आपके सभी मुश्किल या बिगड़े काम भी आसान होने लगते हैं। आपको बुरे व्यक्तियों से और बुरी परिस्थितियों से, दोनों से दूर रखती है आपकी पॉजिटिव सोच।

 

कैसे सकारात्मक सोच काम करता है?

सकारात्मक सोच एक चुम्बक की तरह काम करता है। अगर आप सकारात्मक सोच रखते हैं तो इसी तरह की और सकारात्मकता को आप यूनिवर्स से अपनी और आकर्षित करते हैं। ये एक उर्जा के रूप में आपके चारो और एक घेरा बना लेती है और आपके पास कोई भी नकारात्मक वास्तु, व्यक्ति या किसी चीज़ को नहीं आने देती। आप जितना ज्यादा सकारात्मक सोचेंगे, उतनी ही स्ट्रोंग होगी ये उर्जा जो आप आकर्षित करेंगे अपनी और।

 

नेगेटिव सोच को पॉजिटिव कैसे बनाएं?

नेगेटिव सोच को पॉजिटिव बनाने के लिए थोड़ी सी मेहनत तो आपको करनी ही होगी। नेगेटिव सोच को बदलने के लिए, पॉजिटिव करने के लिए एक डायरी बनाइये और उसमे रोज़ केवल 5 अच्छी चीज़ें (पॉजिटिव चीज़ें) लिखिए जो आपके पास हैं या आपके साथ हुई। यहाँ तक की आप आज सुबह स्वस्थ उठे। आपको कोई बिमारी नहीं है। आपके हाथ पैर, आँखें, कान, नाक, मुह, पेट, गला, आवाज़ सब कुछ सही काम करता है और कर रहा है। इन सबके लिए शुकराना करिए अपने भगवान का और संकल्प करिए की आप आज इन सभी अनमोल चीज़ों को याद रखेंगे और आज पॉजिटिव रहेंगे। अगर नेगेटिव सोच आती भी है, तो फ़ौरन सोचिये की आप कल नेगेटिव होंगे पर आज नहीं। रोज़ यही सोचिये की सिर्फ आज, केवल आज ही मुझे पॉजिटिव रहना है, नेगेटिव मैं कल होऊंगा अगर होना है तो। इस तरह से आप रोज़ पॉजिटिव रहेंगे और नेगेटिव सोच और कल – ये दोनों ही कभी नहीं आयेंगे।

 

गलत सोच को कैसे बदलें?

दोस्तों वैसे तो गलत सोच को बदलना मेहनत मांगता है। हम सभी जानते हैं की पानी बहुत आसानी और बिना मेहनत की नीचे जाता है। परन्तु उसे ऊपर की और भेजने के लिए पानी की मोटर की ज़रुरत होती है। इसी तरह का होता है हमारा मन / हमारी सोच, जो की नीचे की और बेहद आसानी से चली जाती है परन्तु ऊपर भेजने के लिए, अर्थात पॉजिटिव या अच्छी करने के लिए हमें थोडा परिश्रम करना होगा। गलत सोच को पॉजिटिव व सकारात्मक करने के लिए एक बहुत ही अच्छी तरकीब है मेरे पास और वह यह है की आपको जब कभी गलत सोच आये या कुछ गलत करने का मन करे तो आप सिर्फ 3 मिनट के लिए मंत्र जाप करें। अपने आप को बोलें की मैं ये गलत काम 3 मिनट भगवन का मंत्र जाप करने के बाद करूँगा। जो भी गलत सोचना है वो सिर्फ 3 मिनट के बाद सोचूंगा। और इसी 3 मिनट में चाहे आप हनुमान चालीसा पढ़ें / सुनें, ॐ नमः शिवाय का जाप करें 3 मिनट तक, शिव चालीसा पढ़ें, गुरबानी सुनें, राम राम का जाप करें या जो भी आपको अच्छा / सही लगे। और कुछ ही दिनों में आपकी गलत सोच कम होने लगेगी अपने आप और आपके अन्दर सकारात्मकता का संचार होने लगेगा। आपकी सोच सकारात्मक होने लगेगी – आजमां कर देख लीजिये।

 

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यह बेहतरीन Power Of Positive Thinking In Hindi लेख हर उस व्यक्ति के लिए लिखा गया है जो की जीवन की मुश्किल परिस्थितियों से हार मान लेता है और संघर्ष करने की शक्ति नहीं इकट्ठी कर पाता।

 

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सकारात्मकता बांटने का प्रयास हम कभी नहीं छोड़ेंगे।

सकारात्मक रहिये, स्वस्थ रहिये, खुश रहिये और सफलता हासिल कीजिये।


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